A Review Of shiv chalisa in hindi
बृहस्पतिदेव की कथायोगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥माँ री माँ वो डमरू वाला, तन पे पहने मृग की छाला।त्रयोदशी ब्रत करे
बृहस्पतिदेव की कथायोगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥माँ री माँ वो डमरू वाला, तन पे पहने मृग की छाला।त्रयोदशी ब्रत करे